यह एक गंगोता जाति विशेष एक स्वयंसेवी, गैर राजनीतिक , अलाभकारी संगठन है। इस संगठन पर इसके संरक्षक एवं प्राथमिक सदस्यों का अधिकार होगा। इस संगठन को पूर्व में गंगोता विकास मंच के नाम से जाना जाता था | दिनांक ३० अप्रैल २०२३ को प्रस्ताव पारित कर गंगोता विकास मंच नाम को अखिल भारतीय गंगोता विकास मंच कर दिया गया है | अंग्रेजी भाषा में इस संगठन को ALL INDIA GANGOTA VIKAS MANCH के नाम से जाना जाएगा |
अखिल भारतीय गंगोता विकास मंच के संविधान का
प्रस्तावना / उद्देशिका
हम भारत के ऋषि – मुनियों की संतान ,
इस भूखंड को , एक सम्पूर्ण , प्रभुत्व
सम्पन्न , लोकतंत्रात्मक समाज को , सुसंगठित
एकत्रित ऐवं विकसित करने के लिए ,
तथा अपने स्वजातियों को सामाजिक , आर्थिक , शैक्षणिक और राजनैतिक न्याय , विचार ,
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए ,
गंगोता जाती के प्रत्येक व्यक्तियों को आंतरिक व बाह्य रूप से पुरुषार्थी बनकर
अपनी गरिमा और प्रतिष्ठा को सुनिश्चित करने वाली स्वजातिनीहित बंधुता को बढ़ाने के लिए ,
अखिल भारतीय गंगोता विकास मंच के माध्यम से , आज तारीख 22 दिसम्बर 2019 को
दृढ़ संकल्पित होकर अपनी गंगोता जाति के विकास ऐवं समाज और देश की
प्रगति के लिए बनाए गए , इस कल्याणकारी
संविधान को अंगीकृत और आत्मर्पित करते हैं |
जय गंगोता समाज , जय हिन्द
लेखक – श्री रंजीत रंजन
मार्गदर्शक – प्रो ० (श्री) राजेश कुमार